tag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post433550959625878694..comments2023-07-20T09:58:18.954+05:00Comments on उनींदरा: यूं ही नहीं कहा जाता ऐसाशायदाhttp://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comBlogger13125tag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-70683286302455655092009-01-29T22:18:00.001+05:002009-01-29T22:18:00.001+05:00मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की.........मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की...........और उस कोहरे से उतरती हुई कविता की..........आप उस पर पैनी नज़र रखना...........कहीं ऐसा ना हो कि मैं उन्हें आपसे पहले ही पकड़ लूँ........!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-50576406706245826032009-01-29T22:18:00.000+05:002009-01-29T22:18:00.000+05:00मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की.........मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की...........और उस कोहरे से उतरती हुई कविता की..........आप उस पर पैनी नज़र रखना...........कहीं ऐसा ना हो कि मैं उन्हें आपसे पहले ही पकड़ लूँ........!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-62828470165966655152009-01-29T22:17:00.000+05:002009-01-29T22:17:00.000+05:00मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की.........मैं अभी कल्पना करने लगा हूँ.........कोहरे की...........और उस कोहरे से उतरती हुई कविता की..........आप उस पर पैनी नज़र रखना...........कहीं ऐसा ना हो कि मैं उन्हें आपसे पहले ही पकड़ लूँ........!!राजीव थेपड़ा ( भूतनाथ )https://www.blogger.com/profile/07142399482899589367noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-11418378155462923622009-01-17T00:54:00.000+05:002009-01-17T00:54:00.000+05:00"कितना सच है इसमें कि जब कविता उतरती है...तो सबको ..."कितना सच है इसमें कि जब कविता उतरती है...तो सबको नहीं दिखती...दिख जाए तो लेखनी को अमर बना देती है।"<BR/><BR/>पूरा सच है। अद्भुत आलेख ।एस. बी. सिंहhttps://www.blogger.com/profile/09126898288010277632noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-1568242967706147532009-01-16T23:02:00.000+05:002009-01-16T23:02:00.000+05:00खूबसूरत अनमोल लफ्जों का जखीरा है आप के पास...लूटने...खूबसूरत अनमोल लफ्जों का जखीरा है आप के पास...लूटने की चाह होती है...जितने खूबसूरत लफ्ज़ हैं उतने ही खूबसूरत ज़ज्बात हैं...क्या कहूँ...पढता हूँ और हैरान हो जाता हूँ...वाह...शायदा जी...वाह...<BR/>नीरजनीरज गोस्वामीhttps://www.blogger.com/profile/07783169049273015154noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-35457355853639787302009-01-16T20:31:00.000+05:002009-01-16T20:31:00.000+05:00@pramod jee मेहरबानी सर ।@pramod jee <BR/>मेहरबानी सर ।शायदाhttps://www.blogger.com/profile/17484034104621975035noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-83740790749464800112009-01-16T18:04:00.000+05:002009-01-16T18:04:00.000+05:00मैडम जीईईईईईई नमस्कारकैसे हैं आप बहुत अच्छा लिखत...मैडम जीईईईईईई<BR/> नमस्कार<BR/><BR/>कैसे हैं आप <BR/>बहुत अच्छा लिखते तो हो ही आप और आज भी अच्छा ही लिखा है बहुत बहुत शुभकामनाएंमोहन वशिष्ठ https://www.blogger.com/profile/00939783274989234267noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-68728469488481835362009-01-16T17:19:00.000+05:002009-01-16T17:19:00.000+05:00ऐसी बारिश थी जो त्वचा को पार करके खू़न तक गीला और...ऐसी बारिश थी जो त्वचा को पार करके खू़न तक गीला और ठंडा करती है....<BR/><BR/>vakya padh kar laga ki agyeya ki APANE APANE AJANBI padh rahi hu.n....!<BR/><BR/>itani shiddat se likhna bada mushkil kaam hota haiकंचन सिंह चौहानhttps://www.blogger.com/profile/12391291933380719702noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-21250295664945964102009-01-16T14:03:00.000+05:002009-01-16T14:03:00.000+05:00पहले तो गायब हो जाने वाली बात करो ...दिखाई नही देत...पहले तो गायब हो जाने वाली बात करो ...दिखाई नही देती हो ...मुश्किल होती है..शब्दों के ढेर मैं ..हकीकतों के जिक्र मैं ..दिल की तपिश मैं ..या फूलों के रंग मैं ...मिलो तो सही...आज की पोस्ट अभी पढ़ी ...दिल मैं उतर गई..क्या लिखूं यूं ही कैसे कोई किसी के लिए ऐसी बात कह सकता है...aaminविधुल्लताhttps://www.blogger.com/profile/15471222374451773587noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-41117864558340561432009-01-16T13:31:00.000+05:002009-01-16T13:31:00.000+05:00bahut sundar....aameen......bahut sundar....aameen......Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/17320191855909735643noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-1137802925950028902009-01-16T13:27:00.000+05:002009-01-16T13:27:00.000+05:00कमेंट करना चाह रहा था, लेकिन स्वयं को रोक ले रहा ...कमेंट करना चाह रहा था, लेकिन स्वयं को रोक ले रहा हूं.. जीवन में ऐसे मौके नहीं होते कि अच्छा होता है आदमी कुछ करने से खुद को रोक ले?azdakhttps://www.blogger.com/profile/11952815871710931417noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-78461807622387602552009-01-16T09:22:00.000+05:002009-01-16T09:22:00.000+05:00आमीन!!फोटो गजब की लाईं हैं. आभार.आमीन!!<BR/><BR/><BR/>फोटो गजब की लाईं हैं. आभार.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6038993965788171101.post-70377442072224658082009-01-16T04:54:00.000+05:002009-01-16T04:54:00.000+05:00कभी यूँ ही सोचता हूँ इस ब्लॉग के पन्नों में कोई पन...कभी यूँ ही सोचता हूँ इस ब्लॉग के पन्नों में कोई पन्ना ऐसा मिले कि फिर न जी चुरा पाऊँ पढ़ने से, तो यह तलाश यहीं रूकती है...<BR/><BR/>---मेरा पृष्ठ<BR/><A HREF="http://pinkbuds.blogspot.com" REL="nofollow">गुलाबी कोंपलें</A>Vinayhttps://www.blogger.com/profile/08734830206267994994noreply@blogger.com